आशीष कुमार साव
हजारीबाग : - जिला कांग्रेस कार्यालय कृष्ण बल्लभ आश्रम में स्वतंत्रता सेनानी सह सयुंक्त बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कृष्ण बल्लभ सहाय की 128 वीं जयंती उनके चित्र पर पुष्प अर्पित व माल्यार्पण कर मनाई गई । इस अवसर पर वक्तोओं ने उनके जीवनी पर प्रकाश डाला । बिहार के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता थे, जो बिहार के तीसरे मुख्यमंत्री बने । उन्होंने जमींदारी उन्मूलन और भूमि सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । स्वतंत्रता संग्राम में कई बार जेल गए । उनके सादे जीवन जन सेवा और प्रशासनिक क्षमता के लिए सदा याद किया जाएगा । इनका जन्म 31 दिसम्बर 1898 को बिहार के पटना जिले के शेखपुरा में हुआ था । उन्होंने हजारीबाग के सेंट कोलम्बा कालेज से अंग्रेजी ऑनर्स में स्नातक की डिग्री प्राप्त की । स्नातक के बाद वे तुरन्त स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गए । सविनय अवज्ञा आंदोलन 1930-1934 में भाग लेने के कारण उन्हें कई बार जेल हुई । 1942 उन्होंने हजारीबाग में इस आंदोलन का नेतृत्व किया और ब्रिटिश सरकार द्वारा गिरफ्तार किए गए । वे भारत संविधान सभा के सदस्य चुने गए और स्वतंत्रता के बाद बिहार की अंतरिम सरकार में राजस्व मंत्री बने । उन्होंने देश के पहले जमींदारी उन्मूलन कानूनों मे से एक पारित कनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भूमि सुधारों को बढ़ावा दिया । अपने सादगीपूर्ण जीवन प्रशासनिक क्षमता के लिए जाने जाते थे । उन्होंने सैनिक स्कूल तिलैया की स्थापना और कृष्ण बल्लभ महाविद्यालय के लिए मूमि दान का समर्थन किया । पांच मई 1974 को पटना से हजारीबाग जाते समय एक सड़क दुर्घटना में उनका निधन हो गया । मौके पर प्रदेश महासचिव बिनोद कुशवाहा वरिष्ठ कांग्रेसी अशोक देव पूर्व अध्यक्ष आबिद अंसारी कांग्रेस के जिला मीडिया अध्यक्ष निसार खान, अजय गुप्ता, सुनिल सिंह राठौर, दिलीप कुमार रवि, विजय कुमार सिंह, जावेद इकबाल, इकबाल रजा, मोहम्मद वारिस, दरगाही खान, सैयद अशरफ अली, अनिल कुमार भुईंया प्रखंड अध्यक्षों नरसिंह पजापति, गोवर्धन गंझू , निसार अहमद भोला, मोहम्मद तबरेज, सदरूल होदा, कृष्ण कुमार यादव, अजित कुमार सिंह, अर्जुन नायक, बहादुर सागर, भैया असीम कुमार, मुस्ताक अंसारी, पंचम पासवान, अमृतेष रंजन, सलीम रजा, कौशल कुमार सिंह के अतिरिक्त कई कांग्रेसी उपस्थित थे ।

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