कोयलांचल स्थित सरस्वती विद्या मंदिर रजरप्पा में अखिल भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन किया गया। यह परीक्षा विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान,कुरुक्षेत्र के द्वारा प्रतिवर्ष कक्षा तृतीय से कक्षा द्वादश तक के भैया बहनों के लिए आयोजित किया जाता हैं। इस परीक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों में भारतीय संस्कृति, परंपरा, इतिहास एवं नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।परीक्षा में सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की और पूरे अनुशासन के साथ परीक्षा दी। प्रश्नपत्रों के माध्यम से विद्यार्थियों के सांस्कृतिक ज्ञान, सामान्य बोध तथा भारतीय जीवन मूल्यों की समझ का आकलन किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रभारी मिथिलेश कुमार खन्ना ने कहा कि संस्कृति ज्ञान परीक्षा केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि भारतीय संस्कारों और मूल्यों को आत्मसात करने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि आज के समय में अपनी संस्कृति को जानना और उसे जीवन में उतारना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यही हमारी पहचान और आत्मबल का स्रोत है। परीक्षा को सफल बनाने में विद्यालय के आचार्य दुर्गा प्रसाद,चितरंजन लाल खन्ना,भुनेश्वर कुमार,ललिता गिरी,अमृता चौधरी,पूनम सिंह,विदेश सिंह,शम्मी राज,सत्येंद्र मिश्रा,रानी कुमारी,नितेश कुमार सिन्हा,राजेश माहतो,अमित झा,उषा कुमारी,अंजली सिन्हा,श्वेता पंडा,ममता कुमारी आदि की प्रमुख भूमिका रही।
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