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रजरप्पा का चमत्कारिक गर्म कुंड, दूर होते हैं चर्म रोग


विजय चंद्रा 

रामगढ़ : झारखंड की राजधानी रांची से करीब 80 किलोमीटर दूर रामगढ़ जिले के प्रसिद्ध क्षेत्र में स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर न सिर्फ अपनी आस्था और धार्मिक मान्यताओं के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां मौजूद एक अनोखे प्राकृतिक चमत्कार के कारण भी सुर्खियों में रहता है। यह मंदिर भारत का दूसरा सबसे बड़ा शक्तिपीठ माना जाता है, जहां देशभर से लाखों श्रद्धालु अपनी मनोकामनाओं के साथ पूजा-अर्चना करने पहुंचते हैं।

मां छिन्नमस्तिका मंदिर झारखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश में प्रसिद्ध है। भक्त यहां मां भगवती का आशीर्वाद पाने के लिए उमड़ते हैं और मंदिर परिसर में स्थित पवित्र दामोदर नदी और भैरवी नदी के संगम स्थल पर स्नान कर धार्मिक अनुष्ठान करते हैं।

लेकिन रजरप्पा मंदिर परिसर में एक ऐसी जगह भी है, जिसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है—यह है गर्म कुंड। इस कुंड की सबसे खास बात यह है कि ठंड के मौसम में भी यहां का पानी हमेशा गर्म रहता है। आसपास के लोग वर्षों से इस अनोखे कुंड के बारे में जानते हैं, परंतु यहां आने वाले ज्यादातर भक्त और सैलानियों को इसकी जानकारी नहीं होती।


स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, इस गर्म कुंड में स्नान करने से चर्म रोग, खुजली और त्वचा से जुड़ी कई समस्याएं दूर हो जाती हैं। श्रद्धालु इसे मां छिन्नमस्ता की कृपा का स्वरूप मानते हैं।


यह चमत्कारिक कुंड रजरप्पा की आध्यात्मिक और प्राकृतिक धरोहर को और भी विशेष बनाता है। अगर इस स्थान को उचित प्रचार मिले तो यह देश-विदेश के पर्यटकों के लिए एक बड़ा आकर्षण बन सकता है।

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