रांची। जेल से बाहर आने के बाद पहाड़ी मंदिर के वार्षिकोत्सव के अवसर पर भैरव सिंह ने सभी सनातनी भाइयों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। इस मौके पर जयनाथ पांडेय ने भैरव सिंह को एक साहसी युवा बताते हुए कहा कि उन्होंने मंदिरों में मांस के टुकड़े फेंके जाने जैसी शर्मनाक घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाने का साहस किया।
जयनाथ पांडेय ने कहा कि सत्ता को सच से इतना भय हो गया कि विरोध करने वाले को ही अपराधी बना दिया गया। भैरव सिंह पर सीसीए (क्राइम कंट्रोल एक्ट) जैसी कठोर धाराएं लगाकर गिरफ्तारी की गई, उन पर दबाव बनाया गया और प्रताड़ना दी गई, लेकिन सत्य को ज्यादा समय तक दबाया नहीं जा सकता।
उन्होंने कहा कि झारखंड हाईकोर्ट ने न्याय का साथ देते हुए भैरव सिंह को रिहा कर दिया। यह केवल एक व्यक्ति की रिहाई नहीं है, बल्कि यह संदेश है कि अन्याय के खिलाफ खड़ा होना अपराध नहीं है, आस्था की रक्षा के लिए आवाज उठाना गुनाह नहीं है और सत्ता की ज्यादती हमेशा कानून से बड़ी नहीं होती।
जयनाथ पांडेय ने कहा कि आज भैरव सिंह आजाद हैं और उनके साथ हर उस युवक का हौसला भी आजाद हुआ है, जो सच बोलने से डरता नहीं और समाज के हित में आवाज उठाता है।

Post a Comment